ये होते हैं कैंसर के शुरुआती लक्षण, दिखते ही फौरन लें डॉक्टर से परामर्श

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही रूह कांप जाती है और भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि कभी किसी को इसकी चपेट में न आना पड़े। पिछले कुछ दशकों में देखा गया है कि यह बीमारी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। जहां कुछ लोग कैंसर की जंग हार जाते हैं,

ये होते हैं कैंसर के शुरुआती लक्षण, दिखते ही फौरन लें डॉक्टर से परामर्श
ये होते हैं कैंसर के शुरुआती लक्षण, दिखते ही फौरन लें डॉक्टर से परामर्श

नई दिल्ली: कैंसर का नाम सुनते ही दिल दहल जाता है, लेकिन यदि समय पर इसके शुरुआती लक्षण पहचान लिए जाएं, तो इसका इलाज संभव है। पिछले कुछ दशकों में कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है। फोर्टिस अस्पताल के अतिरिक्त निदेशक एवं मेडिकल ऑन्कोलॉजी के प्रमुख डॉ. सुहैल क़ुरैशी का कहना है कि कैंसर का इलाज तभी प्रभावी होता है जब इसे शुरुआती चरण में पहचान लिया जाए।

कैंसर के शुरुआती लक्षण पहचानें

डॉ. सुहैल क़ुरैशी बताते हैं कि अलग-अलग प्रकार के कैंसर के लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। ब्रेस्ट कैंसर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "अगर ब्रेस्ट में किसी प्रकार की गांठ दिखाई दे, निपल से किसी प्रकार का डिस्चार्ज हो, या निपल का रंग लाल हो जाए, तो ये ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।"

फूड पाइप कैंसर के लक्षणों में अक्सर खाना निगलने में कठिनाई, खून की उल्टी, वजन कम होना और भूख न लगना शामिल हैं। इसी प्रकार, पेट के कैंसर में उल्टी, पेट दर्द और सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

शरीर में किसी भी गांठ को न करें नजरअंदाज

डॉ. कुरैशी ने जोर देते हुए कहा कि "शरीर के किसी भी हिस्से में अचानक गांठ का बनना, बिना कारण वजन का घट जाना, या त्वचा पर घाव का लंबे समय तक न भरना, ये सभी कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। हालांकि, ये लक्षण दूसरी बीमारियों के भी हो सकते हैं, इसलिए बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।"

कैंसर के प्रकार और उपचार

कैंसर कई प्रकार के होते हैं, जैसे ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, ब्लड कैंसर आदि। कुछ कैंसर तेजी से फैलते हैं, जबकि कुछ धीमी गति से। डॉ. क़ुरैशी के अनुसार, "कुछ कैंसर का इलाज ऑरल टेबलेट्स से किया जा सकता है, जबकि कुछ के लिए कीमोथेरेपी और सर्जरी की जरूरत पड़ती है।"

जीवनशैली में बदलाव से कैंसर से बचाव

कैंसर से बचने के लिए डॉ. क़ुरैशी ने सलाह दी कि हमें धूम्रपान, अल्कोहल और पान मसाला जैसी आदतों से दूर रहना चाहिए। साथ ही, नियमित रूप से पोषणयुक्त आहार का सेवन और नियमित स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए।

कैंसर की दोबारा संभावना

क्या कैंसर के मरीज को ठीक होने के बाद दोबारा कैंसर हो सकता है? इस पर उन्होंने कहा, "कुछ कैंसर बहुत ही आक्रामक होते हैं और दोबारा होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए, कैंसर से उबरने के बाद भी नियमित जांच कराते रहना जरूरी है।"