सुधांशु त्रिवेदी का विपक्ष पर प्रहार: कर्नाटक और बंगाल की सरकारों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने विशेष रूप से कर्नाटक और पश्चिम बंगाल की मौजूदा सरकारों को निशाने पर लिया और उन पर भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के गंभीर आरोप लगाए।

सुधांशु त्रिवेदी का विपक्ष पर प्रहार: कर्नाटक और बंगाल की सरकारों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
सुधांशु त्रिवेदी का विपक्ष पर प्रहार: कर्नाटक और बंगाल की सरकारों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने विशेष रूप से कर्नाटक और पश्चिम बंगाल की मौजूदा सरकारों को निशाने पर लिया और उन पर भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के गंभीर आरोप लगाए।

कर्नाटक सरकार पर आरोप

त्रिवेदी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि न्यायालय ने उन्हें "आरोपी नंबर वन" घोषित किया है। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करके संपत्ति बनाई है। इस मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी द्वारा नहीं की गई है, बल्कि यह जांच कर्नाटक के लोकायुक्त के आदेश पर हुई है।

बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस की राष्ट्रीय नेतृत्व, राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा, "मैं राहुल और सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या वे भ्रष्टाचार के आरोपी नंबर वन के साथ खड़े हैं या नहीं?" उन्होंने साफ किया कि इस मामले में केंद्र सरकार या उसकी किसी एजेंसी का कोई रोल नहीं है, बल्कि यह पूरी तरह राज्य की संस्थाओं द्वारा संचालित जांच है।

मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस पर हमला

त्रिवेदी ने कर्नाटक से राज्यसभा सांसद और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जब से कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से राज्य में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था चरम पर है। उन्होंने कहा, "ये दुर्लभ मामलों में से एक है जहां एक सिटिंग मुख्यमंत्री को आरोपी नंबर वन बनाया गया है, और यह कांग्रेस के भ्रष्टाचार के चेहरे को साफ तौर पर उजागर करता है।"

पश्चिम बंगाल का मुद्दा

त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हो रहा है और सरकार विपक्षी दलों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।