सिद्धार्थनगर की तेतरी सोंहास मार्ग बनी ‘घोटाले की रोड’

सिद्धार्थनगर जिले की बहुप्रतीक्षित और बहुचर्चित तेतरी सोंहास मार्ग, जो सोंहास लोटन से लेकर सीमावर्ती क्षेत्र ठूठीबारी तक के लाखों लोगों को जिला मुख्यालय से जोड़ता है, काफी लम्बे इंतजार और संघर्ष के बाद अंततः बनकर तैयार हुई। लेकिन, बनते ही यह सड़क धराशाई हो गई, जिससे अब यह ‘घोटाले की रोड’ के रूप में सुर्खियां बटोर रही है।
लोगों की संघर्ष गाथा
यह सड़क जिले के कई छोटे कस्बों सहित हजारों गावों को जिला मुख्यालय से सीधा जोड़ती है। हर वर्ष पहली बरसात में ही यह सड़क डूब जाती थी, जिससे मुख्यालय से लोगों का सम्पर्क टूट जाता था और लोगों को काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ती थीं। लोगों ने इस समस्या के समाधान के लिए काफी संघर्ष किया और सदर भाजपा विधायक श्यामधनी राही के माध्यम से अपनी आवाज सदन तक पहुंचाई। तब जाकर चौड़ीकरण के साथ सड़क का निर्माण तय हुआ, लेकिन उसके बाद भी तमाम पेंच फंसते चले गए और लोगों को लम्बा इंतजार करना पड़ा।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क
अन्य योजनाओं की तरह यह बहुचर्चित सड़क भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। बनने के मात्र चार महीने बाद ही यह टूटकर बिखर गई, जिससे अब इस पर चलना स्टंट करने जैसा हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, निर्माण कर्ता ठेकेदार के बड़े राजनीतिक रसूख हैं, जिसके चलते प्रशासन भी भ्रष्टाचार की पोल खुलने के बावजूद ठेकेदार पर कार्रवाई करने के बजाय लीपापोती करने में लगी है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस संबंध में जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि इसको गंभीरता से लेते हुए टीम गठित कर जांच कराई जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
तेतरी सोंहास मार्ग का निर्माण सिद्धार्थनगर के लाखों लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना थी, लेकिन यह सड़क बनने के बाद से ही भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण का प्रतीक बन गई है। प्रशासन की जांच और कार्रवाई की घोषणाओं के बावजूद, लोगों में असंतोष और निराशा बनी हुई है। उम्मीद है कि उचित जांच और कार्रवाई से इस ‘घोटाले की रोड’ का पुनर्निर्माण हो सकेगा और लोगों को सुरक्षित और सुगम यातायात का साधन मिल सकेगा।