राजस्थान के अलवर में नारायण साकार बाबा का आश्रम, ग्रामीणों ने किए चौंकाने वाले खुलासे
हाथरस में नारायण साकार उर्फ बोले बाबा के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 100 से अधिक लोगों की मौत के बाद बाबा की गतिविधियों की जांच की जा रही है। इस जांच के तहत अब अलवर जिले के खेरली स्थित सहजपुरा गांव में बाबा के एक नए आश्रम का खुलासा हुआ है। यह आश्रम करीब डेढ़ बीघा जमीन पर स्थित है और इसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे सोफा, बेड, और एसी उपलब्ध हैं। आश्रम में एक भव्य दर्शन हॉल भी है, जहां बाबा के भक्त दर्शन के लिए आते थे। 2008-2009 में बने इस आश्रम में कोरोना महामारी के दौरान बाबा करीब 10 महीने तक निवास करते रहे थे।
Narayan Sakar Ashram in Alwar: हाथरस में नारायण साकार उर्फ बोले बाबा के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 120 से अधिक लोगों की मौत के बाद बाबा की गतिविधियों की जांच की जा रही है। इस जांच के तहत अब अलवर जिले के खेरली स्थित सहजपुरा गांव में बाबा के एक नए आश्रम का खुलासा हुआ है।
यह आश्रम करीब डेढ़ बीघा जमीन पर स्थित है और इसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे सोफा, बेड, और एसी उपलब्ध हैं। आश्रम में एक भव्य दर्शन हॉल भी है, जहां बाबा के भक्त दर्शन के लिए आते थे। 2008-2009 में बने इस आश्रम में कोरोना महामारी के दौरान बाबा करीब 10 महीने तक निवास करते रहे थे।
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आश्रम के सेवादारों ने दावा किया कि बाबा 2020 में यहां आए थे और इसके बाद यहां से चले गए। उन्होंने हाथरस की घटना को एक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि बाबा की गतिविधियों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
स्थानीय निवासी और पूर्व मालिक देवी राम ने आरोप लगाया कि बाबा ने उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया और उसे रजिस्ट्री करा ली। उन्होंने कहा, "बाबा ने मुझे धोखा दिया और अधिक जमीन पर कब्जा किया।"
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ग्रामीणों ने बाबा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे प्रशासन और पुलिस से बचते फिर रहे हैं, और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। ग्रामीण कविता ने बताया, "हमने कभी आश्रम में जाकर वहां की गतिविधियों का पता नहीं लगाया। यह एक रहस्य है।"
इन घटनाओं के बीच, नारायण साकार बाबा की गतिविधियों पर और अधिक खुलासे की उम्मीद की जा रही है।