Mann Ki Baat : 'मन की बात' का 113वां एपिसोड, PM Modi ने की अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों की सराहना

पीएम मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन 'मन की बात' के 113वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रगति की प्रशंसा की। पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवाओं को अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों से बहुत लाभ हुआ है।

Mann Ki Baat : 'मन की बात' का 113वां एपिसोड, PM Modi ने की अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों की सराहना
Mann Ki Baat : 'मन की बात' का 113वां एपिसोड, PM Modi ने की अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों की सराहना

नई दिल्ली : पीएम मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन 'मन की बात' के 113वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रगति की प्रशंसा की। पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवाओं को अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों से बहुत लाभ हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह ( 23 अगस्त को ) के महत्व पर भी जोर दिया।

फिर मनाया चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न

पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि "21वीं सदी के भारत में बहुत कुछ हो रहा है, जो विकसित भारत की नींव को मजबूत कर रहा है। उदाहरण के लिए, 23 अगस्त को सभी देशवासियों ने पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाते हुए सभी ने फिर एक बार चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न मनाया। पिछले साल इसी दिन चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी गोलार्ध में शिव-शक्ति बिंदु पर उतरा था, जिससे भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बना।"

देश के युवाओं को हुआ लाभ

पीएम मोदी ने आगे कहा कि "देश के युवाओं को भी अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों से बहुत लाभ हुआ है।" इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित स्पेस-टेक स्टार्टअप गैलेक्सीआई के लीडर्स से भी बात की। मोदी ने उनसे पूछा कि उनकी तकनीक से देश को क्या लाभ होगा।

पीएम मोदी से बात करते हुए गैलेक्सीआई के सदस्य सुयश ने "हाइपरलूप" परियोजना में अपनी भागीदारी और वैश्विक स्तर पर 1,500 में से शीर्ष 20 टीमों में से एक के रूप में अपनी पहचान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि "अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय, हमने 'हाइपरलूप' नामक एक परियोजना के बारे में सोचा। उस समय, हमने 'आविष्कार हाइपरलूप' नाम की एक टीम शुरू की और अपने विचार के साथ अमेरिका गए। उस वर्ष, हम एशिया से एकमात्र टीम थे जो वहां गए और हमने वहां अपना राष्ट्रीय ध्वज फहराया। हम दुनिया भर से लगभग 1500 में से शीर्ष 20 टीमों में से थे।"

इसके साथ ही सुयश ने निजीकरण के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने के सरकार के फैसले की प्रशंसा की। इसके साथ ही टीम ने बताया कि उनकी तकनीक बादलों के पार देख सकती है और रात में भी काम कर सकती है, जिससे भारत में किसी भी स्थान की प्रतिदिन स्पष्ट तस्वीरें मिल सकती हैं। पीएम मोदी ने समापन करते हुए कहा कि "देश के युवा अब भारत में इस क्षेत्र में अपना भविष्य आजमाना चाहते हैं।"