महाराष्ट्र: विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज, सीएम शिंदे और शरद पवार की मुलाकात पर सियासी चर्चा
Sharad Pawar Meeting with Eknath Shinde: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन नेताओं के मिलने-जुलने का सिलसिला तेज हो गया है। सोमवार को प्रदेश की सबसे बड़ी हलचल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शरद पवार के बीच हुई मुलाकात को लेकर रही। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात जनता से जुड़े मुद्दों पर थी, लेकिन मुलाकात के बाद शरद पवार की चुप्पी ने सियासी माहौल को और भी गरमा दिया।

Sharad Pawar Meeting with Eknath Shinde: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन नेताओं के मिलने-जुलने का सिलसिला तेज हो गया है। सोमवार को प्रदेश की सबसे बड़ी हलचल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शरद पवार के बीच हुई मुलाकात को लेकर रही। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात जनता से जुड़े मुद्दों पर थी, लेकिन मुलाकात के बाद शरद पवार की चुप्पी ने सियासी माहौल को और भी गरमा दिया।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
मुलाकात के दौरान शरद पवार ने मुख्यमंत्री शिंदे से मराठा आरक्षण और दूध उत्पादक किसानों को मिलने वाली दूध की कीमतों के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। यह मुलाकात उस समय हुई जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी नेता और एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार पर तीखा हमला किया था और उन्हें देश में भ्रष्टाचार का ‘सरगना’ कहा था।
बीजेपी-कांग्रेस ने तैयारी शुरू की
महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले MVA (महा विकास अघाड़ी) और NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। महा विकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन अभी से ही अलग-अलग टीमें गठित करने में जुटे हुए हैं। महा विकास अघाड़ी बिना मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा किए चुनाव में उतरेगी, जबकि बीजेपी और शिंदे शिवसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगी।
सियासी गलियारों में चर्चाएँ
मुख्यमंत्री शिंदे और शरद पवार की मुलाकात ने सियासी गलियारों में चर्चाओं को जन्म दे दिया है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मुलाकात के पीछे कई छुपे हुए एजेंडे हो सकते हैं, जो आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
आगामी चुनावों को लेकर महाराष्ट्र में सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है और यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले कुछ महीनों में और क्या-क्या सियासी बदलाव देखने को मिलते हैं।