भारत ने USCIRF की रिपोर्ट को बताया पक्षपाती और राजनीतिक एजेंडे वाला
भारत सरकार ने 3 अक्टूबर को यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम (USCIRF) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है। इस रिपोर्ट में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर चिंता जताई गई थी।

नई दिल्ली: भारत सरकार ने 3 अक्टूबर को यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम (USCIRF) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है। इस रिपोर्ट में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर चिंता जताई गई थी। विदेश मंत्रालय के सचिव रणधीर जायसवाल ने USCIRF को एक पक्षपाती और राजनीतिक एजेंडे वाला संगठन बताया।
जायसवाल ने कहा, "USCIRF लंबे समय से भारत के बारे में गलत और भ्रामक तथ्य पेश कर रहा है। इसका उद्देश्य एक नकारात्मक नैरेटिव को बढ़ावा देना है। भारत ऐसे दुर्भावनापूर्ण प्रयासों को अस्वीकार करता है।"
Our response to media queries regarding Country Update on India in the US Commission on International Religious Freedom report:https://t.co/NPNfWd7QE9 pic.twitter.com/8m1xQ97dyK — Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 3, 2024
USCIRF की रिपोर्ट का खंडन
रिपोर्ट में भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर कथित हमले, धार्मिक स्थलों की बर्बादी और अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति भेदभाव की घटनाओं का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इन घटनाओं के चलते भारत को 'विशेष चिंता वाले देश' की सूची में शामिल किया जाना चाहिए।
भारतीय सरकार ने इस रिपोर्ट को भ्रामक और अनुचित बताया। मंत्रालय ने कहा कि USCIRF को अपने संसाधनों का उपयोग अमेरिका में मानवाधिकार के मुद्दों को सुधारने के लिए करना चाहिए, न कि भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए।
पहले भी कर चुका है विरोध
भारत ने पहले भी USCIRF के सदस्यों को वीज़ा देने से मना किया था, यह कहते हुए कि यह संगठन भारत के खिलाफ एकतरफा और एजेंडा-चालित रिपोर्टें तैयार करता है। भारत और अमेरिका के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के बावजूद, USCIRF की ऐसी रिपोर्ट्स को बार-बार नजरअंदाज किया गया है।