कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव परिणामों को नकारा, मतगणना प्रक्रिया पर उठाए सवाल

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव परिणामों को नकारते हुए कहा है कि वे नतीजों को स्वीकार नहीं करेंगे और चुनाव आयोग से इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग करेंगे। कांग्रेस का आरोप है कि मतगणना प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं, विशेषकर हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों में।

कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव परिणामों को नकारा, मतगणना प्रक्रिया पर उठाए सवाल
कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव परिणामों को नकारा, मतगणना प्रक्रिया पर उठाए सवाल

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव परिणामों को नकारते हुए कहा है कि वे नतीजों को स्वीकार नहीं करेंगे और चुनाव आयोग से इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग करेंगे। कांग्रेस का आरोप है कि मतगणना प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं, विशेषकर हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों में।

चुनाव परिणाम अप्रत्याशित: जयराम रमेश

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने हरियाणा के चुनाव नतीजों को अप्रत्याशित और हैरान करने वाला बताया। उन्होंने कहा, "यह नतीजे जमीनी हकीकत के बिल्कुल विपरीत हैं। हमें कई जिलों से मतगणना प्रक्रिया और ईवीएम की कार्यप्रणाली पर गंभीर शिकायतें मिली हैं।" जयराम रमेश ने आगे कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग से इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग करने का निर्णय लिया है। "हमारे उम्मीदवारों ने गंभीर सवाल उठाए हैं, और हम इसे जल्द ही चुनाव आयोग के सामने रखेंगे," उन्होंने कहा।

"चालाकी की जीत, लोकतंत्र की हार": पवन खेड़ा

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ये नतीजे पूरी तरह से अप्रत्याशित हैं और कांग्रेस इसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर ईवीएम की बैटरियों के साथ छेड़छाड़ की गई, जिससे नतीजे प्रभावित हुए। "हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि कैसे 99% बैटरी वाली मशीनों में हमें हारते दिखाया गया, जबकि 60-70% बैटरी वाली मशीनों में जीतते हुए दिखाया गया," खेड़ा ने कहा।

चुनाव आयोग से अपील

कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि वे जल्द ही चुनाव आयोग के पास शिकायत लेकर जाएंगे और इन अनियमितताओं की जांच की मांग करेंगे। पार्टी ने यह भी कहा कि चुनाव में लोगों की इच्छा का सम्मान नहीं हुआ है और यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की हार है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि वे इस लड़ाई को कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर लड़ेंगे।