केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में डेंजर जोन से अतिक्रमण पर प्रशासन एक्शन मूड में
बताते चलें कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है तथा दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों के लिए सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में निरंतर कार्य किया जा रहा है,जिससे कि दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा एवं परेशानी न होने पाए।
रूद्रप्रयाग / सत्यपाल नेगी : जनपद रुद्रप्रयाग को आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील माना जाता है,यहाँ पर 2013 में आई भीषण जल प्रलय से हुई तवाही को देश दुनिया ने देखा और झेला भी है, समय समय पर केदार घाटी में आपदाएं कुछ ना कुछ नुकसान करती रही है।इसी को मध्य नजर रखते हुए जिला प्रशासन अभी से लोगों की सुरक्षा एंव जानमाल की घटनाओं से सुरक्षित रखने के लिए यात्रा मार्गो पर सभी डेंजर जोन एंव अति संवेदनशील क्षेत्रों से अतिक्रमण को हटाने में जुटा है।
बताते चलें कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है तथा दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों के लिए सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में निरंतर कार्य किया जा रहा है,जिससे कि दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा एवं परेशानी न होने पाए।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार एंव तहसील प्रशासन ऊखीमठ के नेतृत्व मे श्री केदारनाथ धाम की यात्रा में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं यात्रा मार्ग के संवेदनशील क्षेत्रों में किए जा रहे अतिक्रमण को प्रशासन द्वारा कड़ी कार्यवाही करते हुए हटाया जा रहा है ताकि यातायात निर्वाधित ढंग से संचालित होता रहे एवं जाम की स्थिति उत्पन्न न हो एवं संवेदनशील क्षेत्रों में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना घटित न होने पाए
वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने उन्होंने अवगत कराया है कि सोनप्रयाग शटल पार्किंग पुल के समीप भंडारे का संचालन हो रहा था किन्तु भंडारे संचालक द्वारा नियमों एवं शर्तों का पालन न करने के कारण इसलिए भंडारे को इस स्थल से हटवा दिया गया है।अतिक्रमण को लेकर अभियान लगातार चलता रहेगा।
इसअभियान के दौरान सेक्टर अधिकारी सोनप्रयाग सहित सुरक्षाकर्मी व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।